उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में स्थित राम जन्मभूमि जैसे पवित्र स्थल के पास एक अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यह मामला तब सामने आया जब एक वृद्ध माँ को उसके ही परिवार के लोगों ने आधी रात को राम जन्मभूमि के पास छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि महिला असहाय थी, और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था। जब स्थानीय लोगों ने उसे बेसहारा हालत में देखा तो उन्होंने प्रशासन को इसकी सूचना दी।
घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और चिंता की लहर फैला दी है। यह स्थान जहाँ राम भगवान का जन्म हुआ माना जाता है, वहाँ एक माँ का इस तरह से अपमान होना न सिर्फ धार्मिक भावना को आहत करता है, बल्कि समाज के उस कटु सत्य को भी उजागर करता है जहाँ बुज़ुर्ग माता-पिता की उपेक्षा आम होती जा रही है। बताया जा रहा है कि महिला को उसके बेटे ने यह कहकर वहां छोड़ा कि वह मंदिर में दर्शन करवाने के लिए जा रहे हैं, लेकिन फिर वह उसे वहीं छोड़कर चला गया।
स्थानीय लोगों ने जब महिला को अकेले बैठे देखा, तो उन्होंने उससे बात की। महिला की आंखों में आंसू थे और वह कांपती आवाज़ में अपने बेटे का नाम ले रही थी। आसपास के श्रद्धालुओं और मंदिर प्रशासन ने महिला की मदद करने की कोशिश की और उसे अस्थायी आश्रय में रखा गया। प्रशासन द्वारा महिला की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, और बेटे की तलाश जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर समाज के उस कड़वे सच को उजागर किया है जहां वृद्धजनों को बोझ समझा जाने लगा है। सरकार और समाज को मिलकर इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से सोचने और आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में कोई और माँ इस तरह अपमान का शिकार न हो।
