तनातनी के चलते ऐतिहासिक स्मारकों में 10 से 30 फीसदी की गिरावट

दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच हुई तनातनी का असर अब दिल्ली के पर्यटन स्थलों पर देखने को मिल रहा है। पहले की तुलना में स्मारकों में घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या 10-30 फीसदी घट गई है जबकि चिड़ियाघर में भी पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि पर्यटकों के कम होने की वजह बढ़ती गर्मी को भी बताया जा रहा है। स्मारकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लालकिला में पर्यटकों को अलग-अलग सुरक्षा घेरे से होकर गुजरना पड़ रहा है। लालकिला के दिल्ली गेट पर सुनहरी मस्जिद की तरफ से आने वाले रास्ते पर भी बैरिकेडिंग लगाकर पर्यटकों की सुरक्षा जांच की जा रही है। साथ ही लालकिला में प्रवेश के समय भी पर्यटकों को सुरक्षा जांच से होकर गुजरना पड़ रहा है। कुतुबमीनार के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जब से भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ी है।

उसके बाद से पहले की तुलना में पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि इसकी वजह गर्मी भी है। लालकिला में पहले दस हजार के करीब पर्यटक आ रहे थे। अब इनकी संख्या घटकर छह-सात हजार के करीब पहुंच गई है। हुमायूं का मकबरा में चार-पांच हजार पर्यटक आते थे उनकी संख्या अब दो हजार के आसपास रह गई है। कुतुबमीनार और पुराना किला में भी लगभग दस फीसदी पर्यटक घट गए है। अब पांच-छह हजार पर्यटक घूमने के लिए आ रहे है। दिल्ली में स्मारकों में ही नहीं चिड़ियाघर में भी कम संख्या में पर्यटक घूमने के लिए पहुंच रहे है। चिड़ियाघर में एक हफ्ते के अंदर करीब 1700 पर्यटक कम हो गए है। चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि पिछले एक मई को चिड़ियाघर में 4000 के लगभग पर्यटक पहुंचे थे। जबकि आठ मई को बृहस्पतिवार के दिन 2300 पर्यटक घूमने के लिए आए। शुक्रवार को चिड़ियाघर बंद रहता है। शनिवार और रविवार का मूल्यांकन किया जाएगा।

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